जल अधिकार रैली, नारनौल

एसवाईएल का पानी हमारे इलाके के लिए जीवन-मरण का सवाल

दक्षिणी हरियाणा के नारनौल के आईटीआई मैदान से केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीनोंं कृषि कानूनों के संबंध में प्रदेश के किसानोंं की भ्रतियां दूर की। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार मेंं आते ही वर्ष 2022 तक किसानोंं की आय को दोगुना करने का संकल्प लिया था। इसी संकल्प को पूरा करने के लिए तीन नए कृषि कानून बनाए गए हैं ताकि किसानों को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाया जा सके।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राव इन्द्रजीत ने कहा, पंजाब ने तीन मुख्यमंत्रियों के बीच हुए समझौते को नहीं माना। उन्होंने तत्काल प्रधानमंत्री की बात को नहींं माना। अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ विधानसभा में ड्रामा कर दिया। एसवाईएल का पानी हमारे इलाके के लिए जीवन-मरण का सवाल है। इस सवाल को हम कभी भी नहीं भूल सकते। इस लड़ाई मेंं यहां का किसान सरकार के साथ मजबूती के साथ खड़ा है। हमें तराई वाले इलाके मेंं जाकर अपनी बात रखनी चाहिए।

राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानोंं को अपनी फसल बेचने की आजादी दी है। जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वे राजनीतिक कर रहे हैं। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि वे इसी प्रकार से तीनों कृषि कानूनोंं का समर्थन करते रहें और एसवाईएल के लिए अपनी आवाज उठाते रहें।उन्होंने कहा कि हमने किसानों से एसवाईएल पर प्रेजिडेंशियल रिफ्रेंस के सम्बन्ध में पोस्ट कार्ड लिखने का आह्वान किया था तो यहां के 50 हजार किसानों ने राष्ट्रपति को भेजे थे। इसी प्रकार अब भी किसान इन कानून के समर्थन में प्रधानमंत्री के साथ खड़े रहें।